सौराष्ट्र लगातार दूसरी बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा। राजकोट में हुए सेमीफाइनल में उसने गुजराज को 92 रन से हराया। सौराष्ट्र की जीत के हीरो कप्तान जयदेव उनादकट रहे। उन्होंने मैच की पहली पारी में 3, जबकि दूसरी में 7 विकेट लिए। फाइनल में सौराष्ट्र का मुकाबला 9 मार्च को बंगाल से होगा। सौराष्ट्र आज तक रणजी ट्रॉफी नहीं जीता है। पिछली बार उसे फाइनल में विदर्भ ने 78 रन से हराया था। दूसरी पारी में 139 रन बनाने वाले सौराष्ट्र के बल्लेबाज अर्पित वसावदा मैन ऑफ द मैच चुने गए। उनादकट एक सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज भी बने। वे मौजूदा सीजन में अब तक 9 मैच में 63 विकेट ले चुके हैं। इससे पहले कर्नाटक के डोडा गणेश के नाम पर यह रिकॉर्ड था। उन्होंने 1998-99 सीजन में 11 मैच में 62 विकेट लिए थे।
मैच के पांचवें दिन गुजरात को जीतने के लिए 327 रन बनाने थे। लेकिन पूरी टीम 234 रन पर ऑल आउट हो गई। गुजरात ने आखिरी दिन कल के 7 रन पर 1 विकेट के स्कोर से आगे खेलते हुए 63 रन पर ही 5 विकेट गंवा दिए थे। टीम पर हार का खतरा मंडरा रहा था। लेकिन कप्तान पार्थिव पटेल (93) और चिराग गांधी (96) ने छठे विकेट के लिए 158 रन की साझेदारी कर हार टालने की कोशिश की। लेकिन उनादकट ने पहले पार्थिव और फिर चिराग को आउट कर सौराष्ट्र की जीत तय कर दी। दूसरी पारी में उन्होंने कुल 7 विकेट लिए। इस मैच में सौराष्ट्र के कप्तान ने एक पारी में 20वीं बार 5 विकेट हासिल करने की उपलब्धि अपने नाम की।
सौराष्ट्र ने पहली पारी में 304 और दूसरी में 274 रन बनाए
सौराष्ट्र ने पहली पारी में 304 और दूसरी में 274 रन बनाए थे, जबकि गुजरात की पूरी टीम पहली पारी में 252 रन पर ऑल आउट हो गई थी। रुजुल भट्ट ने 71 और चिंतन गजा ने 61 रन बनाए थे। दूसरी पारी में भी गुजारत 234 रन पर पारी सिमट गई।
बंगाल ने पहले सेमीफाइनल में कर्नाटक को 174 से हराया
पहले सेमीफाइनल में बंगाल ने कर्नाटक को 174 रन से हराया था। बंगाल की पहली पारी में 149 रन बनाने वाले अनूस्तुप मजूमदार मैन ऑफ द मैच चुने गए थे। 2006-07 सीजन के बाद पश्चिम बंगाल पहली बार फाइनल में पहुंचीं है।